छलनी सम मेरे छेद-पहेली

Paheliyan

चार टाँग की हूँ एक नारी, छलनी सम मेरे छेद । पीड़ित को आराम मैं देती, बतलाओ भैया यह भेद ।

Chaar tang ki hu naari, chalni sam mere chedh. pidhit ko aaram mai deti, batalao bhaiya yah bhed.

     उत्तर – चारपाई।