जलते-बुझते दीप सरीखे
Riddle
रात्रि बेला के आते ही, भरते खूब उड़ान, जलते-बुझते दीप सरीखे, बारिश के हम मेहमान।
जुगनू (jugnu)
रात्रि बेला के आते ही, भरते खूब उड़ान, जलते-बुझते दीप सरीखे, बारिश के हम मेहमान।
जुगनू (jugnu)